नई दिल्ली। कोरोना संकट से पूरे विश्व में हड़कंप मचा हुआ है। ऐसे में भारत से दुश्मनी निभाने के चक्कर में पाकिस्तान अपने ही लोगों की जान दांव पर लगा रहा है। पाकिस्तान, कोरोना महामारी से निपटने के लिए सार्क देशों के बीच सहयोग बढ़ाने की बजाय ओछी हरकत कर रहा है और अपने ही देश के लोगों की जान के साथ खेल रहा है।
पाकिस्तान कोरोना संकट में सहयोग के बीच सार्क सेक्रेटरीएट के नियमों के तहत तमाम मीटिंग लाने की दलील दे रहा है। पाकिस्तान सरकार ने कल ट्रेड ऑफिशियल की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का बायकॉट कर अपनी तरफ से एक स्टेटमेंट जारी किया था।
भारतीय सूत्रों ने इसे पाकिस्तान की ओछी मानसिकता बताया है। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सार्क देशों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की शुरुआत की थी, तभी प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट किया था कि कोरोना जैसी महामारी से लड़ने के लिए SAARC देशों को तमाम मतभेद भुलाकर एक साथ आना चाहिए और भारत अपने तमाम पड़ोसी देशों की मदद के लिए तैयार है।
इस दौरान भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल नहीं हुए थे और वहां के एक जूनियर मंत्री को इसमें भेजा गया था। उसमें भी बड़ी बात यह थी कि पाकिस्तान ने कश्मीर मसले का जिक्र उस कॉन्फ्रेंस के दौरान कर दिया था। पाकिस्तान की उस समय भी घोर निंदा हुई थी। अब कल पाकिस्तान ने फिर ऑफिशियल की कॉन्फ्रेंसिंग का बायकॉट कर हरकत की है।