भरतपुर। राजस्थान का कोरोना सेंटर बने भरतपुर में बुधवार को 29 केस और सामने आ गए। इसके साथ ही जिले में कोरोना पॉजिटिव बढ़कर 1126 हो गए हैं। बुधवार को आये 29 केसों में 17 मरीज कामां के, 10 मरीज कुम्हेर के तथा एक मरीज भरतपुर के पास गांव लोधे के नगला का और एक मरीज भरतपुर शहर का है। जिले में कोरोना से अभी तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है।
रिकवरी रेट 50 प्रतिशत
सीएचएचओ डा. कप्तान सिंह ने बताया कि जिले में कोरोना के ज्यादातर शिकार बुजुर्ग ही हुए हैं। साथ ही जो किडनी तथा हार्ट के पेशेंट हैं तथा जिनका पहले कोई ऑपरेशन हो चुका है उन्हें भी संभल कर रहने की जरूरत है।
प्रदेश के रिकवरी रेट 75 प्रतिशत से अभी भी भरतपुर काफी पीछे है। जिले में कोरोना के 1126 पॉजिटिव केस निकल चुके हैं, लेकिन उनकी रिकवरी रेट करीब 50 प्रतिशत ही है क्योंकि अभी तक 554 लोग ही पॉजिटिव से निगेटिव होकर डिस्चार्ज हुए हैं।
बेवजह नहीं करा सकेंगे आप कोरोना की जांच
भरतपुर में कोरोना पॉजिटिव मरीज निकलने के साथ ही लोगों में जांच कराने की खुद की ललक बढ़ गई है। लोग बिना लक्षण के भी कोरोना की जांच कराने के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं। ऐसे में कोरोना की जांच बेवजह कराने वालों पर लगाम कसना शुरू कर दिया है। आरबीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ नवदीप सैनी ने बताया कि कोरोना की जांच अब लक्षण आने पर या हॉट स्पॉट यात्रा और पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आने वाले लोगों की होगी।