Home State सियासी उठापटक/ राज्यसभा चुनाव कराने में जानबूझकर देरी, जिससे विधायकों की खरीद...

सियासी उठापटक/ राज्यसभा चुनाव कराने में जानबूझकर देरी, जिससे विधायकों की खरीद फरोख्त कर सकें: गहलोत

743
0

जयपुर। राज्यसभा चुनाव से एक सप्ताह पहले राजस्थान में चल रही सियासी उठापटक के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर आरोप लगाया कि उन्होंने राज्यसभा चुनाव कराने में देरी की। उन्होंने कहा कि राज्यसभा चुनाव दो महीने पहले ही हो सकते थे, लेकिन इसे लेकर जानबूझकर देरी की गई। ताकि भाजपा विधायकों की खरीद फरोख्त कर सके।’ देशभर में राज्यसभा की 18 सीटों के लिए 19 जून को चुनाव होने हैं। राजस्थान में तीन सीटों पर चुनाव होगा।

गहलोत ने कहा कि हॉर्स टेडिंग के लिए चुनाव टलवाया गया था। वापस चुनाव शुरू हो रहे हैं। देश में लोकतंत्र की हत्या हो रही है। कौन दर्द बांट रहा है, कौन दवा बांट रहा है। यह फैसला करना होगा। कोरोना के बावजूद मध्यप्रदेश में सरकार बदली गई। मोदी जी कहते हैं कि कांग्रेस मुक्त बनाएंगे। कांग्रेस देश के डीएनए में है। जाति और धर्म के नाम पर जनता को कब तक लड़ाओगे।

सचिन पायलट ने कहा- राज्यसभा की तीनों सीटें हम जीतेंगे
सचिन पायलट ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत होगी। राजस्थान में तीन सीटों के लिए चुनाव होना है। आंकड़े दिखाते हैं कि हमारे निर्दलीय साथी हमारे साथ खड़े हैं। राज्यसभा में हमारे दोनों उम्मीदवार जीतेंगे। सभी विधायक हमारे साथ खड़े हैं और आगे भी खड़े रहेंगे। लॉकडाउन की वजह से हम तीन महीने में नहीं मिल पाए थे। इसलिए इस होटल में मीटिंग बुलाई गई।

बिना तोड़फोड़ किए एक ही सीट जीत सकती है भाजपा

  • राजस्थान में राज्यसभा की तीन सीटों पर चार उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इनमें दो कांग्रेस और दो भाजपा के हैं। कांग्रेस ने केसी वेणुगोपाल और नीरज डांगी और भाजपा ने राजेंद्र गहलोत और ओंकार सिंह को मैदान में उतारा है।
  • संख्याबल के हिसाब से भाजपा के पास सिर्फ एक प्रत्याशी को जिताने का बहुमत है, लेकिन दो प्रत्याशी उतार दिए। हर प्रत्याशी को जीतने के लिए कम से कम 51 वोट चाहिए। कांग्रेस को दोनों उम्मीदवारों को जिताने के लिए 102 वोटों की जरूरत है जो आसानी से जीतते दिख रहे हैं। कांग्रेस के साथ 13 निर्दलीय, लेफ्ट, बीटीपी के दो-दो और एक आरएलडी विधायक हैं। भाजपा के पास खुद के 72 विधायकों के अलावा तीन वोट आरएलपी के हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here