
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में दलित युवती के साथ कथित गैंगरेप और हत्या मामले में नया मोड़ आ गया है। केस को सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग वाली याचिका पर मंगलवार को उच्चतम न्यायालय ने बड़ा फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति शरद अरविंद बोबडे ने केस मंगलवार को निर्देश दिया है कि हाथरस मामले में सीबीआई जांच को इलाहाबाद हाई कोर्ट मॉनिटर करेगा। मालूम हो कि हाथरस मामले को लेकर देशभर में बवाल मचा हुआ है, दिवंगत पीड़िता के परिजनों ने सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज की निगरानी में मामले की जांच की मांग की थी।
इससे पहले चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एस ए बोबडे, जस्टिस ए एस बोपन्ना और जस्टिस वी रामासुब्रमणियन की पीठ ने एक जनहित याचिका और कार्यकर्ताओं तथा वकीलों की ओर से दायर कई अन्य हस्तक्षेप याचिकाओं पर 15 अक्टूबर को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। याचिकाओं में दलील दी गयी थी कि उत्तर प्रदेश में निष्पक्ष सुनवाई संभव नहीं है, क्योंकि कथित तौर पर जांच बाधित की गयी।
गौरतलब है कि हाथरस में एक दलित लड़की से कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया गया था और उपचार के दौरान उसकी मौत हो गयी थी। इस मामले से जुड़़ी याचिकाओं में दलील दी गयी थी कि उत्तर प्रदेश में निष्पक्ष सुनवाई संभव नहीं है, क्योंकि कथित तौर पर जांच बाधित की गयी।