
नई दिल्ली। किसानों द्वारा गृहमंत्री अमित शाह की मांग ठुकराने के बाद चेतावनी दे डाली है। कृषि कानून 2020 के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बुराड़ी जाने से मना कर दिया है। उनका कहना है कि बुराड़ी ओपन जेल जैसा है। किसान संगठन बीकेयू क्रांतिकारी के प्रदेश अध्यक्ष सुरजीत सिंह फूल ने कहा कि बातचीत के लिए जो शर्ते रखी गई हैं वो किसानों का अपमान है। हम बुराड़ी कभी नहीं जाएंगे क्योंकि वो ओपन पार्क नहीं बल्कि ओपन जेल है। बता दें कि हजारों की संख्या में पंजाब-हरियाणा समेत कई राज्यों के किसान दिल्ली कूच किए हैं।
दिल्ली बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन की वजह से आम जतना की परेशानी को देखते हुए सरकार ने बुराड़ी ग्राउंड पर शिफ्ट होने की अपील की थी। एक तरफ जहां दिल्ली के सिंघु और टिकरी सीमा पर हरियाणा और पंजाब के किसान डटे हुए हैं तो वहीं, यूपी सीमा पर भी भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) नेता राकेश टिकैत के नेतृत्व में किसान हजारों की संख्या में डेरा डाल रखा है। अमित शाह की अपील और पीएम मोदी मन की बात कार्यक्रम में किसानों को नए कृषि कानूनों के फायदे बताए के बावजूद किसान पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। इतने बड़े प्रदर्शन और सरकार को घेरने की तैयारी में किसान युनियन आरपार की लड़ाई के मूंड में नजर आ रही है।




































