पटना। बिहार के कई जिलों में गुरुवार को हुई बारिश लोगों के ऊपर आफत बनकर बरसी। तेज बारिश और हवा के साथ आकाशीय बिजली का कहर बरपा और 23 जिलों में 83 लोगों की मौत हो गई। आकाशीय बिजली की चपेट में आने से कई लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं। उत्तर बिहार सहित कई जिलों में अभी भी लगातार बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने पहले ही गुरुवार और शुक्रवार को मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी कर दिया था। उधर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में आंधी-बारिश में मारे गए 83 लोगों के परिवारवालों को 4-4 लाख रुपये मदद की घोषणा की है।

आपको बता दें गुरुवार को बिहार में बिजली गिरने से गोपालगंज में 14, मधुबनी और नवादा में 8-8 तथा सीवान व भागलपुर में 6-6 लोगों की मौत हुई। दरभंगा, पूर्वी चंपारण और बांका में 5-5 व्यक्ति की मौत हुई। खगड़िया और औरंगाबाद में 3-3 तथा पश्चिमी चंपारण, किशनगंज, जहानाबाद, जमुई, पूर्णिया, सुपौल, कैमूर व बक्सर में 2-2 लोगों की मौत हुई है। समस्तीपुर, शिवहर, सारण, सीतामढ़ी और मधेपुरा में 1-1 व्यक्ति की जान गई। आपदा प्रबंधन विभाग ने इसकी पुष्टि भी की है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतकों के परिजन को मुआवजे के ऐलान के साथ-साथ लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें। बिजली से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ से जारी किए गए निर्देशों का पालन करें। बारिश के दौरान घरों में ही रहें या सुरक्षित स्थानों पर रहें।
बारिश का रेड अलर्ट

मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे के लिए 12 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। इसमें पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, सहरसा और मधेपुरा शामिल हैं। इसके अलावा कटिहार, भागलपुर, बांका, मुंगेर, खगड़िया और जमुई में भी भारी बारिश की संभावना है।

मौसम विभाग के मुताबिक, देश में तीन सिस्टम सक्रिय हैं। उत्तरी छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। यह सिस्टम धीरे-धीरे उत्तर-पूर्व में आगे बढ़ेगा और बिहार तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश तराई क्षेत्रों के करीब पहुंचेगा। मानसून भी 27 जून तक तराई क्षेत्रों में रहेगा। इस वजह से बिहार में भारी बारिश की संभावना है। इसके साथ ही 25 से 30 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पूर्व की तरफ से हवाएं भी चलेंगी।