Home Agra News रोजगार प्रोत्साहन मेले में स्वरोजगार के लिए आगे आये सैंकड़ों युवा

रोजगार प्रोत्साहन मेले में स्वरोजगार के लिए आगे आये सैंकड़ों युवा

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  • आगरा काॅलेज ग्राउण्ड में लगा रोजगार प्रोत्साहन मेला
  • मेले में वक्ताओं ने युवाओं का स्वरोजगार के लिए किया आह्वान
  • मेले में सक्षम ऐप ने दिखाई लोगों को आत्मनिर्भर बनने की दिशा
  • सक्षम की नारियल और गोलगप्पा कार्ट बनी आकर्षण का केंद्र

आगरा। आगरा काॅलेज ग्राउण्ड पर नजर आया स्वरोजगार को प्रेरित करता आधुनिक भारत का रोजगार प्रोत्साहन मेला। मौका था रोजगार भारती और सक्षम डावर मेमोरियल ट्रस्ट के बहुउद्देश्यीय रोजगार मेले का जहां युवाओं को खुद का रोजगार स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करने की पहल की गई। रोजगार भारती और सक्षम डाबर मैमोरियल ट्रस्ट की इस सार्थक पहल को सभी ने जमकर सराहा। कार्यक्रम बतौर मुख्य अतिथि विधायक डाॅ. जीएस धर्मेश, विधायक महेश गोयल, महापौर नवीन जैन ब्रज प्रांत संयोजक सूर्यप्रताप सिंह, रोजगार भारती के संरक्षक पूरन डाबर, प्रांतीय अध्यक्ष किशोर खन्ना के अलावा कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। जिन्होंने स्वरोगार की दिशा में इस प्रयास जमकर सराहना की।

रोजगार भारती के रोजगार प्रोत्साहन मेले में छोटे-छोटे कार्यों को स्मार्ट रूप प्रदान कर युवाओं को उनकी उपयोगिता के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई। रोजगार मेले में लगीं विभिन्न प्रकार के कार्ट आकर्षण का केन्द्र रहे। नारियल पानी कार्ट, टी कार्ट, गोलगप्पा कार्ट अलावा तमाम ऐसे कार्ट प्रदर्शित किए गए जिनके माध्यम से कोई स्वरोजगार शुरू कर सकता है।

पीएम की आत्मनिर्भर भारत अभियान को सार्थक कर रहा है मेला
रोजगार मेले में आए मुख्य अतिथि डाॅ. जीएस धर्मेश ने कहा कि ये रोजगार मेला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की स्वेदेशी परिकल्पना को साकार करता है। निश्चित रूप से इस मेले के माध्यम से युवा अपना रोजगार स्थापित कर अपने सपनों को साकार कर सकते हैं और अपने प्रोडक्ट को ब्राण्ड बना सकते हैं।

कार्ट के इनोवेशन को महापौर ने सराहा

महापौर नीवन जैन ने मेले की खासियत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ये आगरा के लिए बड़े सौभाग्य की बात है कि अब आगरा नए रूप में नजर आएगा। जिस प्रकार का इनोवेशन इस रोजगार में देखने को मिला है, उससे न सिर्फ शहर की छवि बदलेगी, बल्कि अब युवाओं को स्मार्ट तरीके से व्यवसाय करने का बेहतर मौका भी मिलेगा।

छोटी शुरुआत कर सकती आपको एक दिन ब्रांड के रूप में स्थापित
रोजगार भारती के संरक्षक और सक्षम डाबर मैमोरियल ट्रस्ट के फाउण्डर पूरन डाबर ने जहां रोजगार मेले की उपयोगिता पर प्रकाश डाला तो वहीं किस प्रकार युवा स्वरोजगार को अपनाएं इस विषय पर विस्तार से अपने विचार रखते हुए युवाओं का स्वरोजगार के लिए आह्वान किया कहा कि वे किसी छोटे-छोटे व्यवसाय को करने में किसी प्रकार की शर्म या झिझक महसूस न करें छोटी शुरुआत आपको एक दिन ब्रांड के रूप में स्थापित कर सकती है बस एक सकारात्मक सोच के साथ प्रयास की जरूरत है।

इस मौके पर आरएसएस बृजक्षेत्र के प्रांत प्रचारक डाॅ. हरीश रौतेला ने कहा कि व्यक्ति अपने पौरुष एवं सामर्थ्य से हर छोटे काम को बड़ा बना सकता है। महामंत्री प्रमोद चैहान, रावी इवेंट्स के निदेषक मनीष अग्रवाल, सतीष चन्द्र अग्रवाल, स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के एजीएम यतेन्द्र मोहन, पंजाब नेशनल बैंक के आंचलिक प्रबंधक सत्यवान ओहलान, उपाध्यक्ष रेणुका डंग, सर्वेश वाजपेयी, संजय अग्रवाल, खगेष कुमार, नितिन बहल आदि मौजूद रहे। डोसा इडली, जैविक उत्पाद, सजावटी दीपक, मोमबत्तियां, गोबर एवं गौमूत्र से बनी सामग्री, पूजा के उत्पादों का स्टाॅल भी मेले में लगाए गए।

सक्षम डाबर मैमोरियल ट्रस्ट के अंतर्गत विकसित विभिन्न प्रकार की स्मार्ट ठेल का भी प्रदर्शन किया गया। आपको बता दें कि रोजगार भारती के रोजगार प्रोत्साहन मेले में लगाए गए कार्ट हाइजीन से परिपूर्ण होने के साथ-साथ उच्च गुणवत्ता को समेटे नजर आए। मेले में बैंक, एमएसएमई एवं अन्य वित्तीय संस्थानों के की स्टॉल भी लगीं जिनपर लोगों को लोन संबंधी मार्गदर्शन प्रदान किया गया। मेले में आए तमाम लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाकर स्वरोजगार योजनाओं को समझा और जमकर सराहा और कहा कि निश्चित रूप से रोजगार प्रोत्साहन मेला स्वरोजगार के प्रोत्साहन में मील का पत्थर साबित होगा। मेले का प्रवंधन रावी इवेंट के द्वारा किया गया।

इनको किया गया सम्मानित
15 वर्षीय बालिका गार्गी को सम्मानित किया गया। गार्गी ने मोम के दीपक बनाने का व्यवसाय शुरू किया है। गार्गी द्वारा एक सप्ताह में 30 हजार से अधिक दीपकों की बिक्री की जा चुकी है। खासबात ये भी है कि उसके द्वारा 20 से भी अधिक महिलाओं को रोजगार दिया गया है। सगे भाइयों बुद्धप्रकाष और संघप्रकाष को भी सम्मानित किया गया। दोनों की आंखों की रोषनी काफी कम है, बावजूद इसके आत्मनिर्भर भाइयों ने एक ठेले पर नाॅन खटाई बेचते हैं। वहीं यष खण्डेलवाल ने एमबीए करने के बाद गाय के गोबर से उत्पाद बनाना शुरू किया है। इस मौके पर इनके अलावा 40 से अधिक अन्य उद्यमी महिलाओं को भी सम्मानित किया गया। जिसमें कड़ी पत्ता जैसे ब्राण्ड के जरिए साउथ इण्डियन फूड को घर-घर तक पहॅुचाने का कार्य करने वाली संगति बंसल भी शामिल रहीं।

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