
नई दिल्ली। शरद पवार को एक बार फिर से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष चुन लिया गया है। अध्यक्ष चुने जाने के बाद उन्होंने जबरदस्त तरीके से भाजपा पर हमला किया और साथ ही साथ विपक्षी एकजुटता का भी आह्वान किया। एनसीपी की विस्तारित कार्यसमिति को संबोधित करते हुए शरद पवार ने साफ तौर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार किसान विरोधी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार बेरोजगारी के मुद्दे से निपटने में विफल रही। दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में एनसीपी की राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए शरद पवार ने साफ तौर पर कहा कि भाजपा राज में देश में संकट है। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर वह दिल्ली के आगे नहीं झुकेंगे। अपने संबोधन में शरद पवार ने मराठा क्षत्रप शिवाजी का भी नाम लिया। उन्होंने कहा कि शिवाजी ने कहा था कि दिल्ली की गद्दी के आगे नहीं झुकेंगे।
शरद पवार ने कहा कि आज भी हम ऐसे ही माहौल में जमा हुए हैं। उन्होंने कहा कि पहले भी मराठा लोगों ने दिल्ली को चुनौती दी थी। हम फिर से चुनौती देने को तैयार हैं। अपने संबोधन में शरद पवार में बिलकिस बानो सामूहिक दुष्कर्म मामले में दोषियों की रिहाई का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने इसके लिए भाजपा की आलोचना की। पवार ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि 15 अगस्त को प्रधानमंत्री महिलाओं की गरिमा को बनाए रखने की बात करते हैं और 2 दिन बाद उनके गृह राज्य में भाजपा सरकार ने बिलकिस बानो और उनके परिवार पर अत्याचार करने वालों की सजा कम कर दी। शरद पवार ने कहा कि किसान अपनी धान की फसल की अच्छी कीमत पाने की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन सरकार ने चावल पर 20 प्रतिशत निर्यात शुल्क लगाया और टूटे चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया।
इसके आगे शरद पवार ने कहा कि देश फिलहाल गहरी पीड़ा में है। हमें इन तमाम मुद्दों को हर मंच से उठाना होगा। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी लगातार किसानों के हित में काम करती रहेगी। हम किसानों के अधिकारों की रक्षा भी करेंगे। पवार ने आरोप लगाया कि अल्पसंख्यक समुदाय के अंदर भय पर शक करने की कोशिश की जा रही है। लेकिन हमें सद्भाव के साथ सबको साथ लेकर चलने की आवश्यकता है। उन्होंने महंगाई का भी मुद्दा उठाया और कहा कि आज देश की हालत बहुत खराब है। आप सभी लोग इससे परेशान हैं। भारत और चीन तनाव का जिक्र करते हुए शरद पवार ने कहा कि पीएम ने चीन पर देश को गुमराह किया है।