
हैदराबाद। बेमौसम बरसात होना और उस पर लोगों की जान जोखिम में हो जाना बड़ी बात है। हैदराबाद और उपनगरीय इलाकों के कई रिहायशी इलाकों में भारी बारिश के कारण बुधवार को जलभराव की स्थिति देखने को मिली, साथ ही भीषण बारिश के चलते हुए विभिन्न हादसों में कम से कम 13 लोगों की मौत भी हो गई। हैदराबाद में मंगलवार शाम से बारिश हो रही है।
बुधवार को तड़के बारिश कम हुई, लेकिन शहर और उपनगरों में दर्जनों कॉलोनियों में जल भराव रहा जबकि जल भराव और गिरे पेड़ों ने शहर के भीतर और राष्ट्रीय राजमार्गो पर विजयवाड़ा और बेंगलुरु तक वाहनों की आवाजाही को प्रभावित किया। एक सदी में सबसे अधिक बारिश ने शहर और बाहरी इलाकों में जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। सैकड़ों कॉलोनियां अंधेरे में डूब गईं।
बाढ़ वाले इलाकों में लोगों की रात बैचेनी भरी गुजरी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पूर्वानुमान में और अधिक बारिश होने की आशंका जताई है, जबकि ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) के आयुक्त लोकेश कुमार ने लोगों से घर के अंदर ही बने रहने की अपील की है। आपदा सेवा बल (डीआरएफ) अग्निशमन सेवा के कर्मियों और पुलिस की मदद से बाढ़ में फंसे लोगों के बचाव में मदद कर रहा है।
पुलिस ने बाढ़ में फंसे दर्जनों लोगों को विभिन्न स्थानों से बचाया
हैदराबाद के पुराने शहर बंदलागुडा में दीवार ढहने और दो घरों पर इसके गिरने से नौ लोग मारे गए और तीन घायल हो गए।
वहीं, शमशाबाद में गगनपहाड़ इलाके में दो व्यक्ति डूब गए और दो अन्य लापता हो गए। अब्दुल्लापुर में दो और लोगों की मौत की खबर है।
डीआरएफ की टीमों ने शहर के टोली चौकी क्षेत्र में नदीम कॉलोनी में बाढ़ के पानी में फंसे लोगों को बचाने के लिए नावों की व्यवस्था की है। देर रात कॉलोनी का दौरा करने वाले हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि 170 घरों से 600 लोगों को निकालकर राहत शिविरों में भेजा गया है। अचानक हुई इस बरसात ने जान जीवन अस्त व्यस्त हो गया।