आगरा। आगरा में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ वाणिज्य एवं उधोग मंत्रालय भारत सरकार में चमड़ा उद्योग विकास परिषद के चेयरमैन एवं जूता निर्यातक पूरन डावर से इनकम टैक्स के नाम पर 5 करोड़ रुपये की अवैध मांग की गई। यह रकम एक चिट्ठी के जरिए मांगी गई थी, जिसमें इनकम टैक्स विभाग का फर्जी दस्तावेज भी संलग्न था।
पूरन डावर को जब यह चिट्ठी प्राप्त हुई, तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। इसके बाद आगरा पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए एक सुनियोजित जाल बिछाया। डावर ने रकम के स्थान पर एक कार्टन में किताबें भरकर बताई गई चाय की दुकान पर भिजवाया। जैसे ही पैकेट लेने के लिए दो लोग मौके पर पहुंचे, पुलिस ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया।
हैरानी की बात यह है कि पकड़े गए दोनों व्यक्ति पूरन डावर की ही फर्म में कर्मचारी हैं। यह घटना थाना सिकंदरा क्षेत्र की है, और पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। फिलहाल दोनों संदिग्धों से गहन पूछताछ की जा रही है कि उन्होंने यह साजिश क्यों और किसके कहने पर रची।
आगरा पुलिस के अनुसार, यह एक गंभीर धोखाधड़ी का मामला है और इसमें किसी बड़े षड्यंत्र की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।