श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान अब कोरोनावायरस का आतंक फैलाना चाहता है। इसके लिए पाकिस्तान कोरोना संक्रमितों को जम्मू कश्मीर भेज रहा है। डीआईजी दिलबाग सिंह ने बताया कि कुछ दिनों पहले खुफिया एजेंसियों को इसकी सूचना मिली थी कि पीओके में इसके लिए आतंकवादियों को स्पेशल ट्रेनिंग दी जा रही है।
एजेंसी के अनुसार, जम्मू कश्मीर से शाहिद नाम का युवक पीओके में आतंकी ट्रेनिंग के लिए गया है। उसने अपने पिता को फोन पर बताया है कि उसके यहां कैंप में कई लोग कोरोना संक्रमित हैं। उनका इलाज कराने की बजाय उन्हें जम्मू कश्मीर भेजने की तैयारी है, जिससे जम्मू कश्मीर में अधिक से अधिक लोग कोरोना संक्रमित हो सकें। दोनों के बीच हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग भी खुफिया एजेंसी के हाथ लगी है। अब तक जम्मू कश्मीर में कोरोना संक्रमण से 5 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। यहां संक्रमितों की संख्या 407 हो चुकी है।
पुलिस और सेना ने बढ़ाई सतर्कता
पाकिस्तान की इस साजिश का खुलासा होने के बाद जम्मू कश्मीर में एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षाबल सतर्क हो चुके हैं। जम्मू कश्मीर के रिहायशी इलाकों में भी पुलिस ने अपनी खुफिया टीमों को लगा दिया है। सुरक्षाबलों को यह भी निर्देश दिए गए है कि सीमा पर या रिहायशी इलाकों पर अगर किसी को पकड़े तो पूरी सावधानी रखें। खुफिया एजेंसी के मुताबिक, पाकिस्तान सीमा पर लगातार आतंकी गतिविधियां बढ़ा रहा है। रिहायशी इलाकों में भी आतंकी गतिविधियों को बढ़ाकर वह कोरोना संक्रमितों को कश्मीर में घुसपैठ कराना चाहता है।

आतंक को एक्सपोर्ट कर रहा है पाकिस्तान
सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे दो दिन पहले जम्मू कश्मीर के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि जिस वक्त हम न सिर्फ हमारे देश के लोगों बल्कि अन्य देशों के लोगों को भी मेडिकल टीम, दवाएं भेजकर मदद कर रहे हैं, ऐसे में पाकिस्तान आतंक को एक्सपोर्ट कर रहा है। यह अच्छी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे समय में जब पूरी दुनिया और भारत इस कोविड-19 महामारी के खतरे से जूझ रहा है, हमारा पड़ोसी देश हमारे लिए मुसीबत बना हुआ है।