नई दिल्ली. प्रधानमंत्री मोदी ने देश को किया संबोधित पीएम मोदी ने कोरोना से सम्बंधित होने वाली लापरवाही का जिक्र किया और लोगों से सतर्कता से रहने की अपील की। उन्होंने ऐलान किया कि नवंबर के छठ पूजा तक गरीब कल्याण अन्न योजना जारी रहने का एलान किया। प्रधानमंत्री ने एक राष्ट्र एक राशन कार्ड का भी जिक्र किया।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड का भी जिक्र किया।प्रधानमंत्री मोदी ने गरीब कल्याण अन्य योजना का विस्तार करने का ऐलान किया है। अब यह योजना नवंबर के आखिरी तक चलती रहेगी।आज प्रधानमंत्री मोदी ने लगभग 16 मिनट का संबोधन किया। उन्होंने कोरोना को केंद्र में रखा और लोगों से लापरवाही न करने की अपील की।
हम आत्मनिर्भर भारत के लिए दिन-रात एक कर देेंगे। इसी संकल्प के साथ हम 130 करोड़ देशवासियों को मिलकर काम भी करना है और आगे भी बढ़ना है। मैं फिर से आपसे प्रार्थना करता हू्ं। आप सभी स्वस्थ रहिए। दो गज की दूरी का पालन करते रहिए। गमछा, फेसकवर, मास्क का हमेशा प्रयोग करिए। कोई लापरवाही न बरतिए। इसी आग्रह के साथ मैं आप सभी को शुभकामनाएं देता हूं।
मैं हर किसान और करदाता को धन्यवाद देता हूं।आने वाले समय में हम अपने प्रयासों को और तेज करेंगे। हम सभी को सशक्त करने के लिए निरंतर काम करेंगे।आपने देश का अन्न भंडार भरा है इसलिए आज गरीब का चूल्हा जल रहा है. आपने ईमानदारी से टैक्स भरा है, अपना दायित्व निभाया है इसलिए आज देश का गरीब संकट से मुकाबला कर पा रहा है।
पूरे देश में एक राशनकार्ड पर काम किया जाएगा। आज अगर सरकार सबको राशन दे रही है तो उसका क्रेडिट अन्नदाता किसान औऱ दूसरा ईमानदार टैक्सपेयर को जाता ह। प्रत्येक परिवार को हर महीने पांच किलो गेहूं या चावल औऱ एक किलो चना दिया जाएगा। इसमें 90 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च होंगे। पिछले महीने का खर्च भी जोड़ दें तो करीब 1.5 लाख करोड़ हो जाता है। त्योहारों का समय खर्च भी बढ़ाता है।
जुलाई से धीरे-धीरे त्योहारों का भी माहौल बनता है। सावन शुरू हो रहा है। रक्षाबंधन आएगा, कृष्ण जन्माष्मी आएगी एवं सावन के मेले भी आएंगे। तो उसमे दो गज दुरी बनाये रखने की अपील है।
जो लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं उन्हें रोकना होगा और समझाना होगा। आपने खबरों में देखा होगा कि एक देश के प्रधानमंत्री पर 13 हजार का जुर्मान लग गया क्योंकि वे सार्वजनिक स्थान पर बिना मास्क पहने गए थे। भारत में भी स्थानीय प्रशासन को इसी चुस्ती से काम करना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा…
देश हो या व्यक्ति समय पर और संवेदनशीलता से फैसला लेने पर संकट का मुकाबला करने की शक्ति अनेक गुना बढ़ जाती है। इसलिए लॉकडाउन होते ही सरकार प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना लेकर आई। इस योजना के तहत गरीबों के लिए पौने दो लाख करोड़ रुपये का पैकेज दिया गया। बीते तीन महीनों में जनधन खातों में 31 हजार करोड़ रुपये जमा करवाए गए। 9 करोड़ किसानोें के बैंक खातों में 18 हजार करोड़ रुपये जमा हुए हैं
कोरोना से लड़ते हुए भारत में 80 करोड़ लोगों को तीन महीने का राशन मुफ्त दिया गया है। एक तरह देखें तो अमेरिका की कुल जनसंख्या से ढाई गुना अधिक लोगों को, ब्रिटेन की जनसंख्या से 12 गुना अधिक लोगों को, और यूरोपीय यूनियन की आबादी से दोगुने से ज्यादा लोगों को सरकार ने मुफ्त अनाज दिया है।
लॉकडाउन के दौरान गंभीरता से नियमों का पालन किया गया था। अब देश के नागरिकों को फिर से उसी तरह की सतर्कता दिखाने की जरूरत है। जब से अनलॉक शुरू हुआ है लोगों में लापरवाही बढ़ गई है। पहले हम बहुत सतर्क थे लेकिन आज जब ज्यादा सतर्कता की जरूरत है तो लापरवाही बढ़ना चिंता का कारण है।
कोरोना के खिलाफ लड़ते-लड़ते अब हम अनलॉक 2 में प्रवेश कर रहे हैं। हम उस मौसम में भी प्रवेश कर रहे हैं जिसमें सर्दी, जुकाम, बुखार होता है। ये मामले बढ़ जाते हैं। ऐसे में आप सभी देशवासियों से प्रार्थना है कि ऐसे समय में अपना ध्यान रखें।