नई दिल्ली। विपक्षी गठबंधन इंडिया अपने चुनावी अभियान की शुरूआत जल्द करने जा रहा है। साझा बयान में कहा गया कि इसकी शुरूआत चुनावी राज्य मध्य प्रदेश के भोपाल से होगी। I.N.D.I.A. गठबंधन अक्टूबर के पहले सप्ताह में मध्य प्रदेश के भोपाल में अपनी पहली राजनीतिक रैली आयोजित करेगा। यह बात बुधवार को इंडिया ब्लॉक की समन्वय समिति की पहली बैठक के बाद आई। विपक्ष के 14 सदस्यीय पैनल की बैठक दिल्ली में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अध्यक्ष शरद पवार के आवास पर हुई।
गठबंधन ने एक संयुक्त बयान में कहा गया कि समन्वय समिति ने सीट बंटवारे के निर्धारण के लिए प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया। यह निर्णय लिया गया कि सदस्य दल बातचीत करेंगे और जल्द से जल्द निर्णय लेंगे। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने विपक्षी गठबंधन की समन्वय समिति की बैठक के बाद कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल दल सीट बंटवारे पर बातचीत करेंगे और इस पर जल्द से जल्द फैसला करेंगे।
बैठक के बाद सपा नेता जावेद अली खान ने कहा, कि सीट बंटवारे को जल्द से जल्द अंतिम रूप दिया जाएगा, गठबंधन की सार्वजनिक बैठक अक्टूबर के पहले सप्ताह में भोपाल में होगी।” डी राजा ने कहा कि यह समन्वय समिति की पहली बैठक थी और हमने कई मुद्दों पर चर्चा की। सदस्य दल आगामी चुनावों के लिए राज्य स्तर पर सीट बंटवारे पर बातचीत करेंगे। जेडीयू नेता संजय झा कहते हैं, “सीट बंटवारे पर चर्चा हुई और राज्यवार पार्टियां जल्द ही इसे अंतिम रूप देंगी।” उमर अब्दुल्ला ने कहा, कि जो सीटें पहले से ही इंडिया ब्लॉक के सदस्यों के पास हैं, उन पर चर्चा नहीं होनी चाहिए, हमें बीजेपी, एनडीए या उन पार्टियों के पास मौजूद सीटों पर चर्चा करनी चाहिए जो इनमें से किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं।”
बैठक में शरद पवार के अलावा, कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल, द्रमुक के टी आर बालू, राष्ट्रीय जनता दल के तेजस्वी यादव, जनता दल (यूनाइटेड) के संजय झा, आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा, शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत, नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की महबूबा मुफ्ती और कुछ अन्य नेता शामिल हुए। अगले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का मुकाबला करने के लिए दो दर्जन से अधिक विपक्षी दलों ने ‘इंडिया’ का गठन किया है। ‘इंडिया’ के घटक दलों के नेताओं की पिछले दिनों मुंबई में हुई बैठक में गठबंधन के भविष्य के कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करने के लिए 14-सदस्यीय समन्वय समिति का गठन किया गया था।