नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ दो महीनों से शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन अब पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास की तरफ मार्च कर रहे हैं। शाह अभी दिल्ली के कृष्ण मेनन मार्ग स्थित आवास में रह रहे हैं। यह पहले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का आवास था। प्रदर्शनकारी अनुमति मिले बिना ही शाह के आवास की तरफ बढ़ रहे हैं।
दक्षिण पूर्व दिल्ली के डीसीपी आरपी मीणा ने बताया कि शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों ने गृह मंत्री के आवास तक मार्च निकालने की इच्छा जताई थी, लेकिन उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी गई है। उन्होंने कहा, ‘उन्होंने हमसे कहा कि वो मार्च निकालना चाहते हैं लेकिन हमने उनसे कहा कि वे ऐसा नहीं कर सकते क्योंकि केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से इसकी मंजूरी नहीं मिली है। हम उनसे बातचीत कर रहे हैं। उम्मीद है कि वे समझ जाएंगे।’
दरअसल, गृह मंत्री ने कहा था कि वह सीएए के मुद्दे पर हर किसी की शंकाओं का समाधान करने के लिए तैयार हैं। अगर कोई इस मुद्दे पर उनसे मिलना चाहेगा तो गृह मंत्रालय से उसे तीन दिन के अंदर अनुमति मिल जाएगी। उसके बाद शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों ने पूरे हुजूम के साथ गृह मंत्री से मिलने की इच्छा जताई। सूत्रों के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने गृह मंत्रालय से 5 हजार मुलाकातियों की मंजूरी मांगी जो नहीं मिली। इस पर प्रदर्शनाकरियाों ने बिना इजाजत ही मार्च करने की ठान ली। पहले से तय कार्यक्रम के तहत अब शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी मार्च पर निकले हैं।