रायबरेली। उत्तर भारत में भारी बारिश की चलते रायबरेली की एनटीपीसी ऊंचाहार परियोजना की तीन यूनिट ठप हो गई हैं। एनटीपीसी ऊंचाहार की 1, 2 व 6 नंबर यूनिट को फिलहाल बंद कर दिया गया है। कुल पंद्रह सौ पचास मेगावाट उत्पादन क्षमता वाली ऊंचाहार परियोजना में तीन यूनिट बंद होने से कुल 630 मेगावाट बिजली का उत्पादन ही हो रहा है। फिलहाल 210 मेगावाट की दो और 500 मेगावाट की छह नंबर यूनिट में उत्पादन पूरी तरह ठप्प है।
तीन यूनिट हुईं ठप्प
उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में बरसात लगातार होने के कारण बिजली लाइने काफी खराब हो हुई है। बिजली वितरण व्यवस्था पूरी तरह से गड़बड़ा गई है, जिसका सीधा असर बिजली उत्पादन कंपनियों पर पड़ा है। बिजली लाइनों में गड़बड़ी के कारण बिजली की जो खपत हो रही थी वह काफी कम हो गई है। जिसके कारण उत्तरी ग्रिड ने संतुलन बनाने के उद्देश्य से बिजली परियोजनाओं से बिजली की मांग कर दिया है।
ग्रिड के नियंत्रक नार्दन रीजन लोड डिस्पैच सेंटर ने ऊंचाहार परियोजना में बिजली उत्पादन घटाने का निर्देश दिया है। इसके बाद शनिवार की रात एक एक करके तीन यूनिटों को बंद कर दिया गया है। जिसमें यूनिट नंबर 1 और यूनिट नंबर दो 210 मेगावाट प्रत्येक यूनिट उत्पादन क्षमता की इकाइयां थी, जबकि 500 मेगावाट उत्पादन क्षमता की यूनिट नंबर 6 को भी बंद किया गया है। इसी प्रकार से 920 मेगावाट का उत्पादन बंद किया गया है इसके अलावा जो यूनिटें चल रही है उनको भी कम भार पर चलाया जा रहा है।
ऊंचाहार परियोजना में करीब एक हजार मेगावाट का उत्पादन घटाया गया है और ऊंचाहार परियोजना में 210 मेगावाट प्रत्येक यूनिट उत्पादन क्षमता की कुल पांच इकाइयां स्थापित है। जबकि 500 मेगावाट क्षमता की यूनिट नंबर 6 स्थापित है।
क्या कहा एनटीपीसी अधिकारी ने
एनटीपीसी की जनसंपर्क अधिकारी कोमल शर्मा ने बताया कि भारी बारिश के कारण उत्तरी क्षेत्र लोड डिस्पैच सेंटर (NRLDC) के निर्देश पर ऊंचाहार परियोजना की यूनिट नं 1, 2 व 6 को रिज़र्व शट डाउन के कारण बंद किया गया है। NRLDC के निर्देश मिलते ही बिजली इकाईयों से फिर से उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा।