- पीएम मोदी ने कोरोना महामारी को लेकर वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों के साथ की बैठक।
- देशभर में कोरोना की माहामारी की स्थिति और तैयारियों की समीक्षा की।
- बैठक में दिल्ली समेत अन्य राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की स्थिति की समीक्षा की गई।
- बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, पीएम के प्रिंसिपल सेक्रटरी, कैबिनेट सेक्रटरी, हेल्थ सेक्रटरी, आईसीएमआर के डीजी शामिल।
नई दिल्ली। देश में कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों के साथ एक बैठक में इस महामारी की स्थिति की समीक्षा की। इस बैठक में कोरोना से निपटने कि लिए किए जा रहे उपायों की भी समीक्षा की गई। प्रधानमंत्री ने दिल्ली समेत देश के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कोरोना की स्थिति की जानकारी ली। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, प्रधानमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी, कैबिनेट सेक्रेटरी, स्वास्थ्य सचिव, आईसीएमआर के डीजी भी शामिल हुए।
नीति आयोग के सदस्य और एमपावर्ड ग्रुप ऑफ मेडिकल इमरजेंसी मैनेजमेंट प्लान के संयोजक डॉ. विनोद पॉल ने बैठक में देश में कोरोना की मौजूदा स्थिति और इसे काबू करने के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में विस्तृत प्रस्तुति दी। बैठक में बताया गया कि देश में कोरोना के कुल मामलों में से दो-तिहाई पांच राज्यों में हैं। बड़े शहरों में कोरोना तेजी से फैल रहा है। इसके मद्देनजर बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि टेस्टिंग और बेड्स की संख्या बढ़ाई जाए। साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं को भी दुरुस्त किया जाए ताकि रोजाना बढ़ रहे मामलों से कारगर ढंग से निपटा जा सके।

बेड्स और आइसोलेशन वार्ड बढ़ाने पर जोर
प्रधानमंत्री ने एमपावर्ड ग्रुप के सुझावों के मुताबिक शहरों और जिलों में जरूरत के मुताबिक अस्पतालों में बेड्स और आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों को राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ सलाह मशविरा करके आपात योजना बनाने को कहा। प्रधानमंत्री ने साथ ही मॉनसून के मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्रालय को उचित तैयारी करने को कहा।
दिल्ली पर खास चर्चा
बैठक में दिल्ली में कोरोना के बिगड़ते हालात पर भी चर्चा की गई और अगले दो महीने के अनुमानों पर बात हुई। प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि गृह मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को दिल्ली के उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री, केंद्र और दिल्ली सरकार तथा एमसीडी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपात बैठक करनी चाहिए ताकि राजधानी में कोरोना के बढ़ते मामलों से कारगर ढंग से निपटा जा सके।
बैठक में कोरोना से कारगर ढंग से निपटने के लिए कई राज्यों, जिलों और शहरों द्वारा किए गए उपायों की सराहना की गई। बैठक में कहा गया कि इससे दूसरे शहरों, जिलों और राज्यों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए।