
कहावत है बीमार रहना मुश्किल है वहीं स्वस्थ रहना बेहद आसान है। सर्दी का मौसम शुरू हो चुका है। ऐसे में जरूरी है कि आप अपनी त्वचा, फिटनेस और दैनिक रूटीन पर खास ध्यान दें। इस मौसम में कई तरह की समस्याएं शुरू हो जाती हैं जैसे- होंठ फटना, त्वचा का रूखापन, एड़ियां फटना आदि. ऐसे में बदलते मौसम के साथ ही अपने आप में भी थोड़ा बदलाव जरूर करना चाहिए।

दिन भर की भागदौड़ और रात की सुकून भरी नींद तक के लिए जानिए छोटी-छोटी मगर मोटी बातें। सर्दी का मौसम आलस भरा होता है। ऐसे में खुद को एक्टिव रखना बहुत जरूरी है। सुबह उठते ही एक्सरसाइज करें। कम से कम 10 बार कपालभाति और अनुलोम विलोम करें ताकि आपकी नाक और सिर में भारीपन नहीं रहे। घर के भीतर ही जॉगिंग करें, जिससे आपके पैरों में चुस्ती बनी रहे। इस तरह से सुबह की शुरुआत करने से शरीर में चुस्ती-फुर्ती आएगी और आप पूरा दिन अच्छा महसूस करेंगे।
सर्दी के मौसम में ठंडे पानी से न नहाएं। इससे जुकाम हो सकता है। साथ ही इससे स्किन भी रूखी हो जाती है। बेहतर रहेगा कि आप गुनगुने पानी से नहाएं। इस तरह नहाने से ताजगी, चुस्ती और गर्मी महसूस होगी। सर्दी के मौसम में अगर आप फैशनेबल दिखने के लिए अभी तक गर्मी वाले कपड़े ही पहन रहे हैं तो यह आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। ऐसा करना आपके स्वास्थ्य पर बुरा असर दाल सकता है। आज-कल बाजार में सर्दी के भी फैशनेबल कपड़ों की काफी भरमार है। रात को सोने से पहले पैर की उंगलियों में गुनगुने सरसों तेल की मालिश करें। इससे आपके पैर नहीं फटेंगे और न ही ठंड का असर होगा। इतना ही नहीं, इससे आपके होंठ भी नहीं फटेंगे।

सर्दी से बचाव जरूरी है इसलिए पतली तह वाले कई गर्म कपड़े पहनिए। अंदर के वस्त्र कॉटन के ही हों तो बेहतर होगा। ग्लव्स और मोजे पहनना बिलकुल न भूले। सर्दी के मौसम में भूख अधिक लगती है। लेकिन इस मौसम में फिजिकल एक्टिविटी काफी कम होती है। ऐसे में सुपाच्य भोजन करना बहुत जरूरी है। सुबह पौष्टिक नाश्ता भरपूर कीजिए। खाने में भरपूर ऊर्जा प्रदान करने वाला भोजन कीजिए। सर्दी का असर कम करने के लिए गरमागरम सूप जरूर लें।