पिनाहट/आगरा। धर्म हेतु अवतरेहु गुसाईं, मारेहु मोहि ब्याध की नाईं। हे प्रभु आपने तो धर्म की रक्षा के लिये अवतार धारण किया है।फिर मुझे अधर्मियो की तरह से छिपकर क्यो मारा। मेरा ऐसा कोन सा अवगुण था गया, जो मै बैरी हो गया और मेरा भाई सुग्रीव आपको प्रिय हो गया। तब राम जी बालि को भगवान जबाब देते है।कि
अनुज बधू भगिनी सुत नारी, सुनु सठ कन्या सम ए चारी।
इन्हहि कुदृष्टि बिलोकहि जोई, ताहि बधे कछु पाप न होई ।।
रामलीला देखने को उमड़ रही भीड़
पिनाहट मे चल रही रामलीला मे शनिवार को बडी मनोहर लीला का मंचन हुआ। रामलीला देखने के लिये कस्बा मंे हजारों लोगों की भीड उमड रही है। इस दौरान अध्यक्ष श्यामसुंदर शर्मा, आकाश उपाध्याय, भोला अद्धुज, सुमित शुक्ला, अंकित निवेरिया, विक्की महेरे, भोला परिहार आदि मौजूद रहे।