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स्ट्रोक से बचना है तो इन खास चीजों का करें इस्तेमाल, घातक है स्ट्रोक

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बीमारी कोई भी हो अच्छी नहीं होती, लेकिन स्ट्रोक एक जानलेवा बीमारी है। क्या आप जानते हैं हर 40 सेकेंड में एक व्यक्ति स्ट्रोक का शिकार होता है। अमेरिका में स्ट्रोक मौत का पांचवां सबसे बड़ा कारण है। स्ट्रोक किसी भी इंसान को हो सकता है। डॉक्टर्स की मानें तो ये दिमाग की कोशिकाओं के बीच सही ब्लड सर्कुलेशन न होने की वजह से होता है। जब इन कोशिकाओं को पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषण मिलना बंद हो जाता है तब इंसान इसकी चपेट में आता है।

स्ट्रोक के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए हर साल 29 अक्टूबर को ‘वर्ल्ड स्ट्रोक डे’ मनाया जाता है। अमेरिका में 49% लोगों में हाई ब्लड प्रेशर, हाई कॉलेस्ट्रोल और स्मोकिंग की वजह से स्ट्रोक की समस्या होती है। एक्सपर्ट कहते हैं कि अगर इंसान किसी तरह से अपने ब्लड सर्कुलेशन को नियंत्रित कर ले तो इस भयंकर बीमारी से बचा जा सकता है। इसके लिए उन्हें अपनी डेली डाइट में कुछ चीजें जरूर शामिल करनी चाहिए। हाई फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट हमारे दिल के सेहत के लिए अच्छे नहीं होते हैं। लेकिन आप बिना फैट वाला प्लेन यॉगर्ट खा सकते हैं। इसमें फाइबर की भरपूर मात्रा न सिर्फ आपके हृदय के लिए अच्छी है, बल्कि ये आपके ब्लड सर्कुलेशन को भी कंट्रोल रखता है।

अमेरिका हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक जो महिलाएं ज्यादा पोटैशियम वाली चीजें खाती हैं, उनमें स्ट्रोक का खतरा बाकियों की तुलना में कम होता है। पोटेशियम के लिए सिर्फ केला ही एकमात्र बेहतरीन फूड है। तुरंत एनर्जी के लिए भी केला काफी फायेदमंद है।

हाई ब्लड प्रेशर के कारण पैदा होने वाली स्ट्रोक की समस्या से निजात पाने के लिए शकरकंद भी बेहद कारगर है। इसमें मौजूद फाइबर और पोटेशियम आपकी सेहत के लिए बड़े फायदेमंद है। अच्छी बात ये है कि इसे आसानी से किसी भी भोजन में शामिल किया जा सकता है।

बंदगोभी की तरह दिखने वाला ब्रसल्स स्प्राउट आकार में उससे छोटा होता है। औषधीय गुणों से भरपूर ब्रसल्स स्प्राउट हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल कर स्ट्रोक का खतरा दूर कर सकती है। एक कप ब्रसल्स स्प्राउट में 350 मिलीग्राम पोटैशियम होता है। आप इसे, बनाकर, उबालकर या भूनकर खा सकते हैं।

मोनो अनसैचुरेटेड फैट से भरपूर एवोकाडो धमनियों के लिए भी काफी अच्छा माना जाता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर में कॉलेस्ट्रोल की मात्रा को नियंत्रित करते हैं। ये स्ट्रोक के अलावा कैंसर, आर्थराइटिस और आंखों की कमजोरी में भी फायदेमंद है। मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है, जो शरीर में अच्छे एचडीएल कॉलेस्ट्रोल की मात्रा बढ़ाता है और खराब एलडीएल को घटाता है। सालमन, सरडाइन्स और मैकेरल तीन प्रकार की मछलियों में ओमेगा-3 की मात्रा सबसे ज्यादा पाई जाती है। फाइबर से भरपूर दलिया भी शरीर में एलडीएल कॉलेस्ट्रोल को घटाने में मदद करता है। शरीर के लिए यह बेहद फायदेमंद चीज है। कुछ लोग तो अपनी मॉर्निंग डाइट में दलिये को कभी शामिल करना नहीं भूलते हैं। आप इसे सूप या पुलाव की तरह पकाकर खा सकते हैं।

मछली की तरह अखरोट और बादाम जैसी मेवा भी ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होती हैं। ध्यान रखें कि मेवा में काफी ज्यादा कैलोरी होती है। इसलिए नमक या चीनी की परत चढ़े अखरोट-बादाम खाने से बचें। इसे खाने से आपकी सेहत को नुकसान हो सकता है। ये सारे प्राकृतिक उपाय हैं।

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