ग्लोबल डेस्क। क्या गूगल मेरे Gmail पर आने और लिखे जाने वाले सभी ई-मेल्स पढ़ता है? क्या गूगल ड्राइव पर सेव मेरे डेटा का ऐक्सेस गूगल के पास है? ये कुछ ऐसे सवाल हैं जो गूगल की सर्विसेज का इस्तेमाल करने वाले लगभग हर यूजर के मन में आते हैं। केरल में पैदा हुए गूगल क्लाउड के सीईओ थॉमस कुरियन ने इसे लेकर कहा है कि यूजर्स के डेटा को गूगल किसी भी तरह ऐक्सेस नहीं कर सकता और न ही करता है।
थॉमस कुरियन ने कहा, ‘आपका डेटा आपका है और गूगल के पास उसका ऐक्सेस नहीं है।’ उन्होंने यह भी कहा कि गूगल कभी भी थर्ड पार्टीज को कस्टमर डेटा नहीं बेचता और न ही इसका इस्तेमाल ऐडवर्टाइजिंग के लिए करता है। कुरियन ने बताया कि सभी यूजर्स का डेटा बाई-डिफॉल्ट इनक्रिप्टेज होता है और ऐसे में खुद गूगल का कोई कर्मचारी भी यह डेटा ऐक्सेस नहीं कर सकता। कुरियन ने यह भी कहा कि गूगल किसी सरकार को कभी भी यूजर्स डेटा का ऐक्सेस नहीं देता है।
बीते दिनों डेटा चोरी और बिना यूजर्स की परमिशन के डेटा-शेयरिंग से जुड़ी रिपोर्ट्स सामने आने के बाद कॉर्पोरेट ग्रुप्स से लेकर कम्प्यूटर यूजर्स तक की चिंता बढ़ी है। हाल ही में सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक को लेकर बिना यूजर्स की परमिशन लिए उनका डेटा शेयर करने की बात सामने आई थी। न्यू यॉर्क टाइम्स की एक इन्वेस्टिगेशन में सामने आया था कि फेसबुक यूजर्स का डेटा दूसरी टेक फर्म्स के साथ शेयर कर रहा था। हालांकि, फेसबुक की ओर से इसे सिरे से नकार दिया गया था।
जीमेल पर थर्ड पार्टी ऐप्स से जुड़े नोटिफिकेशंस यूजर्स को दिखने को लेकर थॉमस कुरियन ने कहा कि यह ऑटो-सजेस्टेड अल्गोरिथ्म की मदद से होता है और इसमें यूजर के डेटा को यूज नहीं किया जाता है। उन्होंने बताया कि गूगल अब यूजर जेटा पॉलिसी को अपडेट करने की दिशा में भी काम कर रहा है। ऐसे में केवल उन्हीं थर्ड पार्टी ऐप्स को यूजर्स का जीमेल डेटा एक्सेस करने की परमिशन मिलेगी जिन्हें सीधे तौर पर इसकी जरूरत है, जैसे- ईमेल क्लाइंट्स या ईमेल बैकअप सर्विसेज।