Home health कम नींद की वजह से बढ़ रहा है हार्ट अटैक का खतरा

कम नींद की वजह से बढ़ रहा है हार्ट अटैक का खतरा

413
0


नई दिल्ली। आज कल कम नींद की वजह से लोगो में तनाव, स्ट्रेस और थकान बढ़ती है इसके साथ ही हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ता जा रहा है अगर 6-7 घंटे की नींद आप नहीं ले रहे है तो आप भी इस खतरे का शिकार हो सकते है ऐसा ही एक मामला हाल ही में सामने आया है जहां 26 साल के एक शख्स को हार्ट अटैक आया है।

खराब लाइफस्टाइल और कम नींद लेना बनाता है आपको दिल का मरीज़

बीपीओ में काम करने वाले 26 साल के मेहुल सिंह पूरी रात जगते थे। दिन में जब भी समय मिलता तब सोया करते थे। वह लगातार कम नींद ले रहे थे। साथ में स्मोकिंग, बाहर का खाना, एक्सर्साइज न करना और गलत लाइफस्टाइल ने उन्हें हार्ट का मरीज बना दिया। एक रात ऑफिस में ही मेहुल को हार्ट अटैक आया उन्हें तुरंत ही अस्पताल में ऐडमिट किया गया, जहां मेहुल को 2 स्टेंट लगे। अब वह खतरे से बाहर हैं, लेकिन खराब लाइफस्टाइल और कम नींद ने महज 26 साल की उम्र में उन्हें हार्ट पेशंट बना दिया।

यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ फ्लोरिडा का सर्वे

हाल ही में यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ फ्लोरिडा ने 130 हेल्दी कर्मचारियों पर एक सर्वे किया। इसमें सभी ने माना कि जिस दिन वो अपनी नींद में से 16 मिनट भी कम सोते थे या रात में अच्छी नींद नहीं आती थी, उसकी अगली सुबह उन्हें ऑफिस में दिक्कत का सामना करना पड़ता था। कम नींद की वजह से उनका स्ट्रेस लेवल बढ़ जाता था। यह रिसर्च कहीं न कहीं मेहुल जैसे कम नींद लेने वाले लोगों से जुड़ी है।

कालरा हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजिस्ट का कहना

इस बारे में कालरा हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर आर एन कालरा ने कहा कि हार्ट अटैक की एक बड़ी वजह नींद में कमी भी है। कम से कम छह से सात घंटे सोना ही चाहिए। इमसें अगर कोई कमी हो जाती है तो इसका असर हार्ट पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि जब नींद नहीं पूरी होती है तो स्ट्रेस बढ़ता है और फिर स्मोकिंग की लत, बाहर का खाना-पीना, एक्सर्साइज में कमी, यह सब हार्ट की बीमारियों को बढ़ावा देती हैं। मेहुल भी ऐसी ही आदतों के शिकार थे।डॉक्टर कालरा ने बताया कि 4 जून की रात मेहुल को हार्ट अटैक आया। रात को ही उन्हें अस्पताल में ऐडमिट किया गया। जांच में पता चला कि हार्ट की दो नसों में ब्लॉकेज है। तुरंत एंजियोप्लास्टी करनी पड़ी और दो स्टेंट लगाए गए। अब वह पहले से बेहतर हैं, लेकिन उसकी गलत आदतों ने उसे बीमार बना दिया।

डायबीटीज और हाइपरटेंशन के शिकार होते युवा

मेहुल का कहना है कि वह अब बुरी आदतों को कभी नहीं दोहराएंगे। उन्होंने खुद माना कि अब तक वह नाइट शिफ्ट का आनंद ले रहे थे। स्मोकिंग और जंक फूड रोज की आदत बन गई थी। 5 से 6 सिगरेट रोज पीते थे और उन्हें इससे पहले कभी ऐसा नहीं लगा कि हार्ट की बीमारी हो सकती है। डॉक्टर कालरा ने कहा कि युवाओं में अब हार्ट अटैक कोई नई बात नहीं है। लाइफस्टाइल, खानपान की वजह से युवा डायबीटीज और हाइपरटेंशन के शिकार हो रहे हैं। धीरे-धीरे हार्ट के भी मरीज बन रहे हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here