नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, भारत और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशकों ने मंगलवार को हॉटलाइन पर बातचीत की और पाकिस्तान द्वारा बिना उकसावे के संघर्ष विराम उल्लंघन पर चर्चा की। रक्षा सूत्रों के हवाले से ज्ञात हुआ कि भारत ने नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना द्वारा बिना उकसावे के किए जा रहे उल्लंघन के खिलाफ पाकिस्तान को चेतावनी दी है। सेना के अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू एवं कश्मीर में अकारण गोलीबारी की है तथा नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन जारी रखा है।
पाकिस्तानी सेना ने 29-30 अप्रैल की रात को नियंत्रण रेखा (एलओसी) के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर कई स्थानों पर बिना किसी उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी की, जिसके बाद भारतीय सुरक्षा बलों ने कड़ी जवाबी कार्रवाई की। अधिकारियों के अनुसार, पाकिस्तानी चौकियों ने रात के समय जम्मू-कश्मीर के नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर सेक्टरों में भारतीय चौकियों को छोटे हथियारों से निशाना बनाया। पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों को मार गिराने के भारत के दावे के बाद पाकिस्तानी सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
पाकिस्तान द्वारा लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा इस्लामाबाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाने के बाद पाकिस्तान की हताशा के संदर्भ में देखा जा रहा है। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी। नई दिल्ली ने पाकिस्तान के खिलाफ कई दंडात्मक उपायों की घोषणा की है, जिसमें 65 साल पुरानी सिंधु जल संधि को निलंबित करना, अटारी भूमि-सीमा क्रॉसिंग को बंद करना और पाकिस्तानी सैन्य अताशे को निष्कासित करना शामिल है। इसके अतिरिक्त, नई दिल्ली ने अटारी भूमि सीमा के माध्यम से देश में प्रवेश करने वाले सभी पाकिस्तानियों को 1 मई तक देश छोड़ने के लिए भी कहा। पाकिस्तान ने इसके जवाब में सभी भारतीय एयरलाइनों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने और तीसरे देशों के माध्यम से नई दिल्ली के साथ व्यापार को निलंबित करने की घोषणा की।