Home Uncategorized तेज के बागी होने के बावजूद उनके ससुर के लिए प्रचार कर...

तेज के बागी होने के बावजूद उनके ससुर के लिए प्रचार कर रहे तेजस्वी

1625
0

सारण। लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में सियासी घमासान के बीच लालू यादव के परिवार में कलह जारी। एक तरफ जहां तेज प्रताप अपने ससुर और सारण से आरजेडी प्रत्याशी चंद्रिका राय का विरोध कर रहे हैं, वहीं गुरुवार को तेजस्वी यादव ने उनके पक्ष में चुनाव प्रचार किया।

दरअसल, सारण की सीट यादव परिवार का पारंपरिक सीट है। लालू प्रसाद यादव ने सबसे पहले राजनीतिक करियर की शुरुआत यहीं से की थी। तीन बार वह इस सीट से चुने गए। इस बार इसी सीट पर ऐसे समय पर तेज प्रताप यादव के ससुर चंद्रिका राय चुनावी मैदान में हैं, जब तलाक के मुद्दे को लेकर रिश्तों में थोड़ी खटास बनी हुई है।

सारण में चुनाव प्रचार के दौरान तेजस्वी यादव ने इसे पिता की कर्मभूमि बताते हुए अपने भाषण की शुरुआत की थी। उन्होंने चुनावी भाषण में कहा, ‘यह मेरे पिता की कर्मभूमि है। छपरा हमारे लिए काफी स्पेशल है। मेरे पिता या मेरा परिवार आज जहां भी है, उसमें आप सभी लोगों का योगदान है।’

तेजस्वी के लिए सारण सीट पर जीत जरुरी

दरअसल, तेजस्वी यादव के लिए सारण सीट पर जीत इसलिए भी प्रतिष्ठा का विषय है क्योंकि उनकी मां और सूबे की पूर्व सीएम राबड़ी देवी 2014 में यहां बीजेपी प्रत्याशी राजीव प्रताप रूड़ी से हार गई थीं। यही वजह है कि इस सीट पर तेजस्वी लगातार चुनाव प्रचार कर रहे हैं। यही नहीं गुरुवार को तेजस्वी यहां महागठबंधन से जुड़े अन्य नेताओं का जमावड़ा कर भी इस सीट पर चंद्रिका राय की दावेदारी को मजबूत करने की कोशिश करते दिखे।

दिलचस्प होती जा रही है सारण की लड़ाई

सारण में लड़ाई काफी दिलचस्प है। यादव और राजपूत बहुल इस सीट पर 2014 में राजीव प्रताप रूडी ने जीत दर्ज की थी। ऐसे में बीजेपी जहां एक तरफ इस सीट को बचाने के लिए पूरा जोर लगा रही है, वहीं परिवार की प्रतिष्ठा के लिए तेजस्वी इस सीट पर जान झोंक रहे हैं। हालांकि स्थानीय लोगों ने यह भी चर्चा है कि आरजेडी ने चंद्रिका राय को यहां से उतारा है, उसके पीछे मुख्य मकसद तेज प्रताप और उनकी बेटी ऐश्वर्या की शादी को बचाना भी है।

तेज प्रताप ने तेजस्वी पर की थी टिप्पणी

बता दें कि तेज प्रताप ने पत्नी ऐश्वर्या पर कई सारे आरोप लगाते हुए एक फैमिली कोर्ट में तलाक की अर्जी दी है। चुनावों के ठीक पहले तेज प्रताप के इस कदम के कारण लालू यादव के परिवार को भीतर भी लड़ाई लड़नी पड़ रही है। पिछले दिनों तेज प्रताप ने बागी तेवर अपनाते हुए अपने दो पसंदीदा कैंडिडेट्स को टिकट नहीं मिलने पर तेजस्वी यादव पर कड़ी टिप्पणी भी की थी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here