लाइफस्टाइल डेस्क। आज के इस फैशन के दौर में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जो परफ्यूम और डियोड्रेंट यूज नहीं करते होगा, और वही अगर बच्चों और महिलाओं की बात करें तो उनके लिए तो ये साड़ी चीज़ें काफी ट्रेंडी हो गया है क्यूंकि हर कोई चाहता है कि उसके शरीर से अच्छी स्मेल आए। ऐसे में रोज, लैवेंडर और फ्रूटी स्मेल से भरपूर डियोड्रेंट और परफ्यूम गर्मी के दिनों में पसीने की बदबू से लड़ने में मदद करते हैं।
इस्तेमाल करने से पहले बॉटल पर निर्देशों को ध्यान से पढ़े

हालांकि इन परफ्यूम्स और डियोड्रेंट्स का इस्तेमाल करते वक्त जिस एक चीज का हम सब ध्यान नहीं रखते वह है बॉटल पर लिखे निर्देशों का पालन करना जो कई बार हानिकारक साबित हो सकता है। हाल ही में हुई एक स्टडी में यह बात साबित भी हो चुकी है कि बच्चों को लगने वाली चोट में 12.7 प्रतिशत चोटें पर्सनल केयर प्रॉडक्ट्स की वजह से लगती हैं जिनमें खुशबू और सुगंध से जुड़ी परफ्यूम और डियोड्रेंट जैसी चीजें शामिल हैं। इस तरह की चीजें बच्चों के लिए बेहद नुकसानदेह साबित हो सकती हैं इसलिए इनका इस्तेमाल करते वक्त माता-पिता को भी काफी सावधानी बरतनी चाहिए।
बच्चों के लिए बेहद खतरनाक है परफ्यूम और डियोड्रेंट
परफ्यूम और डियोड्रेंट जैसी चीजों को बच्चों की पहुंच से बहुत दूर रखें क्योंकि अगर बच्चे गलती से भी इन्हें अपनी आंख, नाक, कान या मुंह में स्प्रे कर लें तो यह बच्चों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। इतना ही नहीं अगर घर में बहुत ज्यादा छोटे बच्चे हैं तब भी पैरंट्स को बहुत ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए वरना बच्चों द्वारा इन चीजों की बॉटल, ढक्कन आदि चीजों को मुंह में लेने की वजह से चोकिंग का भी खतरा रहता है।
परफ्यूम या डियोड्रेंट के इस्तेमाल से बच्चों की फिजिकल हेल्थ पर असर

अगर आपके घर में 13 से 17 साल के बीच के किशोर हैं तो उनमें संगी-साथियों की वजह से ऐसी आदतें आ जाती हैं। बच्चे खुद भी अच्छा स्मेल करने के लिए इन प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल करना चाहते हैं। ऐसे में छोटी उम्र में परफ्यूम या डियोड्रेंट का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करने की वजह से बच्चों में फिजिकल हेल्थ से जुड़ी कई तरह की समस्याएं भी हो सकती हैं। साथ ही बच्चे बॉटल पर लिखे निर्देश पढ़े बिना इसे सीधे स्किन पर स्प्रे कर लेते हैं जिससे उन्हें स्किन ऐलर्जी, रिऐक्शन, अस्थमा और सांस लेने में दिक्कत जैसी कई समस्याएं भी हो सकती हैं।