आगरा । एक और जहां युवाओं वैलेंटाइन डे को मना रहे हैं वहीं दूसरी और कुछ ने मातृ-पितृ पूजन दिवस के रूप में आज का दिन सेलिब्रेट किया। हमे पाश्चात्य संस्कृति से दूर रहकर अपने देश की संस्कृति व विचारों को जीवन में धारण करना चाहिए जिससे हमारा जीवन सार्थक हो सके। जन्म देने वाले ही हमारे सच्चे मार्गदर्षक होते हैं इसलिए माता-पिता के बताए हर रास्ते का अनुसरण करना चाहिए, ये कहना था सिकंदरा स्थित संत श्री आसारामजी स्कूल आश्रम में सत्संग के दौरान वासुदेवानंद का।
श्री योग वेदान्त समिति की ओर से गुरुवार को आश्रम में मातृ-पितृ पूजन दिवस हर्षाेल्लास से मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत बापूजी के कृपा पात्र शिष्य वासुदेवानंद के सत्संग से की गयी । मातृ-पितृ पूजन पर बच्चों ने माता-पिता को तिलक लगाकर पुष्पमालाएं अर्पित की । पूजा की थाली सजाकर माता-पिता की पूजा-अर्चना की । माता-पिता ने बच्चों को हृदय से लगाकर आशीष दिया ।
महासचिव राजेश चतुर्वेदी ने बताया कि विश्व मानव के मंगल के लिए बापूजी ने पिछले 13 वर्षो से यह अभियान प्राम्भ किया 14 फरबरी को ईश्वर के नाते मातृ-पितृ पूजन दिवस यानि सच्चा प्रेम पर्व मनाये, एक दूसरे को प्रेम करके अपने दिल के परमेश्वर को छलकने दे। इससे लाखो परिवार तबाह होने से बच रहे है। संगठन मंत्री सुनील शर्मा ने कहा कि कोई माँ-बाप नहीं चाहते कि हमारा बेटा या बेटी शादी के पहले ही किसी के चक्कर में आकर ओज-तेजहीन, तन-मन व दिल दिमाग से कमजोर हो जाये।
इसलिए करीब सात सौ भक्तगण मातृ-पितृ पूजन दिवस मना कर अपने बच्चो को अच्छे संस्कार दे रहे है। आश्रम में बापूजी की श्रीगुरु चरण पादुका पूजन के दर्शन लाभ भी भक्तो ने प्राप्त किये । मातृ-पितृ पूजन दिवस पर स्कूली बच्चो ने शानदार कार्यकर्म कर सभी को भावभीभोर कर दिया । इस अवसर पर विजय भाई, रमाशंकर, राजकुमार सारस्वत, ब्रज किशोर वशिष्ठ, सुधीर यादव, धीरज दरियानी, जी डी खंडेलवाल, लालचंद्र विधानी, सीके सारस्वत, जीवतराम वासवानी, रमेश पंजवानी, पीडी गुप्ता, राणा प्रताप, सेवकानी आदि मौजूद रहे ।