
- शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा- कोरोना के बीच छात्र अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं।
- जेईई मेन एग्जाम 1 से 6 सितंबर तक कराई जाएगी, जबकि नीट 13 सितंबर को होगी।
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के बीच शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने इंजीनियरिंग और मेडिकल पाठ्यक्रमों के लिए ऑल इंडिया लेवल पर एग्जाम कराने का बचाव किया है। निशंक ने कहा कि पेरेंट्स और स्टूडेंट्स लगातार दबाव बना रहे हैं। उनके परिवार परीक्षाएं चाहते हैं। जेईई एग्जाम के लिए 80% छात्र पहले ही एडमिट कार्ड डाउनलोड कर चुके हैं।
उन्होंने कहा, ‘बच्चों के माता-पिता लगातार पूछ रहे थे कि जेईई और नीट एग्जाम की मंजूरी क्यों नहीं दे रहे हैं। स्टूडेंट्स अपने भविष्य को लेकर चिंतित थे। वे कह रहे थे कि कितने समय तक सिर्फ तैयारी जारी रखेंगे।’
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने बताया कि जेईई के लिए रजिस्टर 8.58 लाख छात्रों में से 7.25 लाख उम्मीदवारों ने अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए हैं। हम छात्रों के साथ हैं। उनकी सुरक्षा पहले हो, फिर उनकी शिक्षा। स्कूल खोलने पर उन्होंने कहा कि यह फैसला गृह और स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन के मुताबिक ही लिया जाएगा।
अपडेट्स
- दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, ‘केंद्र सरकार को नीट और जेईई एग्जाम टाल देना चाहिए। सरकार को परीक्षाएं लेने के लिए नए वैकल्पिक तरीके को खोजना चाहिए। दुनिया में एग्जामिनेशन सिस्टम में बदलाव हुआ है। परीक्षाएं कराने के 1000 तरीके हैं।
- नीट-2020 एग्जाम के लिए आज एडमिट कार्ट रिलीज कर दिए गए।
- एनएसयूआई ने इन परीक्षाओं को टालने के विरोध में भूख हड़ताल शुरू की। इनका कहना है कि कोरोना के मौजूदा दौर में परीक्षाएं छात्रों के हित में नहीं हैं।
सितंबर में होगी NEET और JEE
- नेशनल टेस्टिंग एजेंसी जेईई-मेन और नीट एग्जाम कराने के लिए पूरी तरह से तैयार है। जेईई मेन एग्जाम 1 से 6 सितंबर तक कराई जाएगी, जबकि NEET 13 सितंबर को होगी।
- एग्जाम सेंटर पर सभी छात्र, फैकल्टी और स्टाफ को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना होगा। 6 फीट की दूरी बनाकर रखनी होगी।
- स्टूडेंट्स, फैकल्टी मेंबर और स्टाफ का एग्जाम सेंटर में एंट्री से पहले टेम्परेचर चेक किया जाएगा। बुखार होने पर छात्रों को अलग कमरे में बैठाया जाएगा।
विपक्ष ने कहा- नीट-जेईई की परीक्षाएं टालना चाहिए
- ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए नीट-जेईई की परीक्षाएं टाल देना चाहिए।
- बंगाल की मुख्यमंत्री ने मंगलवार को कहा था कि कोरोना महामारी के बीच एग्जाम होने से छात्रों का जीवन को खतरे में पड़ सकता था।
- एआईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस मुद्दे को लेकर केंद्र पर तंज कसा था। उन्होंने कहा कि छात्र इससे भी भयानक दौर के लिए खुद को तैयार रखें, क्योंकि इस सरकार से निष्पक्षता की उम्मीद करना बेमानी होगी।