
इस्लामाबाद। रविवार को कराची में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के खिलाफ बड़ा जनसैलाब हुआ। इमरान खान के खिलाफ पाकिस्तान में बवाल मचा हुआ है। पाकिस्तान की सत्ता से इमरान खान को बाहर करने के लिए 11 पार्टियां एकजुट हो गई हैं। उन्होंने इमरान खान को कठपुतली बताया और कहा कि अब इसे और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
रेहम खान ने कहा कि जो लोग भी कठपुतली चुनते हैं उनके खिलाफ विरोध हो रहा है। उन्होंने कहा कि बात सिर्फ 11 पार्टियों की नहीं है। वे सभी लोग जो लोकतंत्र चाहते हैं, ये उनका विरोध है जो कल रात कराची में देखने को मिला है। पाकिस्तान की पूरी आवाम इनके खिलाफ है। इमरान खान आर्मी के प्रवक्ता हैं। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव में वोट खुलेआम चोरी हुआ था। ऐसे में इमरान खान की सरकार को संसद में बैठने ही नहीं देना चाहिए था। कराची का जलसा आम लोगों के दबाव का नतीजा है और इसलिए विपक्षी पार्टियों को एक साथ आना पड़ा है।
रेहम खान ने कहा कि इमरान खान ऐसा खिलाड़ी हैं जो कभी प्रेशर ले ही नहीं सकते। मेरा तो अनुमान था कि दिसंबर तक कुछ होगा लेकिन अभी से उल्टी गिनती शुरू हो गई है। टारगेट पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नहीं हैं क्योंकि पाकिस्तान में तो कोई प्रधानमंत्री है ही नहीं। निशाना सेलेक्टर्स हैं जिन्होंने इन्हें चुना है। टारगेट जनरल कमर बाजवा हैं। फौज के अंदर से भी प्रेशर है कि कमर बाजवा अब पीछे हटें। इस प्रेशर का नतीजा क्या होगा? बता दें कि अक्टूबर 2015 में रेहम खान और इमरान खान का तलाक हो गया था। रेहम खान पाकिस्तानी मूल की ब्रिटिश नागरिक हैं। 2018 चुनाव से पहले इमरान खान को लेकर अपनी किताब में रेहम ने इमरान खान को लेकर कई खुलासे किए थे।