मुंबई. डॉलर के मुकाबले 18 पैसे कमजोर हुआ रुपया, अमेरिकन करेंसी की डिमांड बढ़ने का असर दखायी दिया। डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत के गिरने का सिलसिला आने वाले दिनों पर भी नहीं थमा। रुपया 28 पैसे तक लुढ़क गया था। बीती दिनों मे डॉलर के मुकाबले रुपया 69.71 पैसे पर बंद हुआ था। गुरुवार को उम्मीद थी कि रुपया अपनी लय हासिल करने की कोशिश करेगा, लेकिन फॉरेक्स मार्केट में रुपया जब 18 पैसे और लुढ़क गया तो शेयर बाजार में मायूसी छा गई।
फॉरेक्स मार्केट में सुबह 69.70 पैसे पर खुला रुपया, बाद में 69.89 तक लुढ़का। सूत्रों से खबर है कि घरेलू बाजार में रुपये के कमजोर होने की वजह डॉलर की मांग में बढ़ोतरी होना है। उनका कहना है कि अमेरिकन करेंसी की मांग बढ़ेगी तो भारतीय करेंसी अपने आप कमजोर हो जाएगी। चीन की चेतावनी का भी दिखा असर। अमेरिका-चीन के बीच चल रही ट्रेड वॉर का असर भी रुपये पर दिख रहा है। गु अमेरिका और चीन के बीच वॉशिंगटन में वार्ता होनी थी, लेकिन रविवार को ट्रम्प के ट्वीट और बुधवार रात चीनी वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से अमेरिका को जारी चेतावनी का असर बाजार पर दिख रहा है। कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों देशों के बीच हाल फिलहाल में समझौता होने के आसार नहीं हैं। महाशक्तियों में समझौता न होने से बाजार प्रभावित होता दिखाई दे रहा है। शेयर बाजार के सूत्रों की खबर है कि अमेरिका और चीन दोनों महाशक्ति हैं। चीन विश्व की दूसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति है तो अमेरिका इस क्षेत्र का सिरमौर है। अगर दोनों के बीच कोई सहमति नहीं बनी तो वैश्विक बाजार तो प्रभावित होगा ही। यह कारण भी रुपये की कमजोरी की वजह बन रहा है।