न्यूयॉर्क.एपल के स्टोर्स में चोरी का मामला, पुलिस ने नवंबर में पीड़ित ओस्मान बाह को गिरफ्तार किया था। छात्र ने एपल के खिलाफ 1 अरब डॉलर (7,000 करोड़ रुपए) का दावा किया है कंपनी की गलती से चोरी के केस में फंसा।एपल के सॉफ्टवेयर ने बाह का नाम असली चोर के चेहरे से लिंक कर दिया। बाह ने कहा- चोरी करने वाले ने मेरी खोई हुई आईडी इस्तेमाल की होगी। ओस्मान बाह ने कोर्ट में मुकदमा दायर किया। उसका कहना है कि एपल के फेसियल-रिकॉग्निशन सॉफ्टवेयर ने उसका नाम एपल के स्टोर में हुई चोरी की घटनाओं से लिंक कर दिया। इस वजह से नवंबर 2018 में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
बोस्टन में चोरी की घटना के दिन मैनहट्टन में था पीड़ित छात्र। बाह के मुताबिक गिरफ्तारी वारंट में जिस आरोपी का फोटो था वह मेरे से मिलता-जुलता भी नहीं था। एपल के स्टोर से चोरी की जिन घटनाओं में मुझे आरोपी बनाया गया उनमें से एक मामला बोस्टन का भी है। लेकिन, जिस दिन घटना हुई उस दिन मैं मैनहट्टन में था।
ओस्मान बाह का कहना है कि उसका बिना फोटो वाला लर्नर परमिट खो गया था। ऐसा हो सकता है वह असली चोर के हाथ लग गया हो और उसने मेरी आईडी एपल के स्टोर में इस्तेमाल कर ली हो। शायद इसी वजह से एपल के सॉफ्टवेयर ने उसका नाम चोर के चेहरे के साथ जोड़ दिया होगा। चोरी की घटनाओं में संदिग्ध लोगों को ट्रैक करने के लिए एपल अपने स्टोर्स में फेसियल-रिकॉग्निशन सिस्टम का इस्तेमाल करती है।
पीड़ित ओस्मान बाह का कहना है कि झूठे आरोपों की वजह से उसे मानसिक तनाव और मुश्किलें झेलनी पड़ीं रही है । न्यूजर्सी में एपल के स्टोर में चोरी की घटना के मामले में बाह के खिलाफ अभी भी केस चल रहा है। बाकी मामलों में वह बरी हो गया है।