लखनऊ। बीते सप्ताह यूपी में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हो गई है। राजनीति गरमारने के बाद इस मामले में योगी सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए एसआईटी का गठन किया है।
एसआईटी इस मामले में 10 दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। एसआईटी के अध्यक्ष एडीजी रेलवे संजय सिंघल होंगे। जबकि कमिश्नर चंद्र प्रकाश त्रिपाठी, आईजी सहारनपुर शरद सचान, गोरखपुर के कमिश्नर अमित गुप्ता और आईजी जय नारायणम सिंह इसके सदस्य होंगे। इस मामले में योगी सरकार ने दो क्षेत्राधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है।
प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने बताया कि जहरीली शराब से मौत मामले में एसआईटी अपनी रिपोर्ट 10 दिन के भीतर दे देगी। 6 से लेकर 10 फरवरी के बीच जितने भी लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हुई है उसकी जांच एसआईटी करेगी। इस दौरान एसआईटी की टीम मृतकों के परिजनों का बयान भी दर्ज करेगी। अरविंद कुमार ने बताया कि मामले में सख्त कदम उठाते हुए सहारनपुर में सीओ देवबंद सिद्धार्थ और कुशीनगर में तमकुही राज के क्षेत्राधिकारी रामकृष्ण तिवारी को सस्पेंड कर दिया गया है।
दोनों ही अधिकारियों को उनकी ड्यूटी सही से नहीं निभाने की निभाने की वजह से सस्पेंड किया गया है। ये दोनों ही अधिकारी लखनऊ के डीजीपी मुख्यालय में अटैच रहेंगे। आपको बता दें कि जहरीली शराब पीने से यूपी और उत्तराखंड में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। इस मामले के बाद विपक्ष लगाार योगी सरकार पर हमलावर है और आरोप लगाया है कि इस घटना में सरकार की मिली भगत है।
बिना सरकार की मिलीभगत के इतना बड़ा रैकेट नहीं चल सकता है। अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर आरोप लगाया है कि वह प्रदेश संभाल नहीं पा रहे हैं, जबकि कांग्रेस नेता राजबब्बर ने योगी आदित्यनाथ का इस्तीफा मांगा है।