लंदन। ओमान की लेखिका जोखा अल्हार्थी को उनकी किताब ‘कैलेस्टियल बॉडीज’ के लिए प्रतिष्ठित मैन बुकर अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह कहानी तीन बहनों और एक मरुस्थली देश की है जो दासता के अपने इतिहास से उबर कर जटिल आधुनिक विश्व के साथ तालमेल करने की जद्दोजहद करता है।
जोखा अरबी भाषा की पहली लेखिका हैं जिन्हें यह पुरस्कार प्रदान किया गया है। वह पुरस्कार में मिली 50,000 पाउंड की राशि को ब्रिटेन की अनुवादक मैरीलिन बूथ के साथ साझा करेंगी।
मैन बुकर पैनल में शामिल और इतिहासकार बिटैनी हग्स ने काहा कि जिस नॉवेल को इस साल के मैन बुकर प्राइज़ के लिए चुना गया है, उसने दिल और दिमाग दोनों जीत लिया