हाइलाइट्स
- बुधवार (17 मार्च) शाम को हुई थी रोहित शेखर तिवारी की मौत
- यूपी, उत्तराखंड के पूर्व सीएम दिवंगत एन.डी. तिवारी के बेटे थे रोहित
- रोहित की मां ने किसी पर शक न जताते हुए इसे सामान्य मौत बताया था
- पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गला दबाने की बात सामने आई थी, हत्या का मामला दर्ज
नई दिल्ली। यूपी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे एन.डी. तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी (40) की मौत के मामले में शुक्रवार को नया ट्विस्ट आ गया। जिसे अबतक सामान्य मौत बताया जा रहा था उसमें पुलिस अब हत्या बता रही है। इस वजह से अब रोहित शेखर तिवारी के परिवार वालों से पूछताछ की जा रही है। इस सिलसिले में शनिवार को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने रोहित की पत्नी से पूछताछ की है।
इससे पहले शुक्रवार को पुलिस ने बताया था कि रोहित को हार्ट अटैक नहीं हुआ था, बल्कि उनकी गला, मुंह और नाक दबाकर हत्या की गई। माना जा रहा है कि हत्या से पहले उन्हें शराब में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाया गया। बेसुध होने पर उनकी हत्या कर दी गई। गुरुवार को आई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में रोहित की गर्दन पर पांच उंगलियों के निशान मिले हैं। नाक और मुंह को भी भींचा गया। शायद इसलिए कि गला दबाते वक्त उनकी आवाज ना निकले और हत्या सुनिश्चित हो सके।
हत्या का शक होने के बाद पुलिस ने घर के 5 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी देखी थी। एक में सोमवार रात नशे में सीढ़ी चढ़ते रोहित के पैर दिखे, साथ में शराब लेकर जाता नौकर भी है। समझा जा रहा है कि हत्या करने वाला घर के अंदर का ही कोई है। कई करीबियों समेत नौकर भी शक के घेरे में हैं। क्राइम ब्रांच ने केस से जुड़े तमाम लोगों से बोल दिया है कि जांच से संतुष्ट होने तक कोई भी बिना इजाजत दिल्ली छोड़कर नहीं जाएगा। मंगलवार शाम 4 बजे डिफेंस कॉलोनी स्थित सी-329 स्थित अपनी कोठी में रोहित संदिग्ध हालत में लेटे मिले थे। अस्पताल लाए जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें पहले से मरा बताया था।
माँ ने बताय तनाव के कारण हुई सामान्य मौत
रोहित शेखर तिवारी की मां उज्ज्वला तिवारी ने बेटे की मौत को सामान्य बताय था। खबरों के मुताबिक, उज्ज्वला तिवारी ने यह भी कहा था कि उनका बेटा तनाव में रहता था और वह ही उसे खा गया।
6 साल चला था कोर्ट में केस, मिला हक़
साल 2008 में रोहित शेखर ने कोर्ट में दावा किया था कि वह नारायण दत्त तिवारी के बेटे हैं। 2011 में एनडी तिवारी को जांच के लिए अपना खून देना पड़ा था। एनडी तिवारी ने कोर्ट से यह भी मांग की थी कि रिपोर्ट का सार्वजनिक न किया जाए लेकिन कोर्ट ने यह अपील खारिज कर दी। डीएनए रिपोर्ट में यह बात सही निकली और इसके बाद उन्होंने 2014 में रोहित शेखर की मां से 89 वर्ष की उम्र में शादी कर ली।
रोहित जनवरी 2017 में बीजेपी में शामिल हुए थे। एक साल पहले ही उन्होंने अपूर्वा शुक्ला से शादी की थी। मूल रूप से इंदौर की रहने वालीं अपूर्वा अभी सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करती हैं। अदालत का विवाद खत्म होने के बाद रोहित पिता के साथ ही रहते थे। रोहित की सगाई के दौरान एनडी तिवारी मैक्स अस्पताल में ही भर्ती थे।