नई दिल्ली। कांग्रेस को सत्ता से बेदखल करने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अबकी बार कांग्रेस से ही हाथ मिलाकर चुनावी बिगुल फूंकने का मन बना रहे हैं। अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि भाजपा के हर उम्मीदवार के खिलाफ केवल एक उम्मीदवार होना चाहिए, वोटों का विभाजन नहीं होना चाहिए.
हम गठबंधन के लिए कांग्रेस को समझाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन वे समझना नहीं चाहते हैं. अगर आज कांग्रेस के साथ हमारा गठबंधन हो जाता है, तो बीजेपी दिल्ली की सभी सात सीटें हार जाएगी.
इधर, दिल्ली कांग्रेस की कमान पूर्व सीएम शीला दीक्षित को देने के बाद पार्टी राजधानी अपने दम पर चुनाव लड़ने का मन बना रही है. बुधवार को दिल्ली के जामा मस्जिद में आप की चुनावी सभा में केजरीवाल ने भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस पर भी हमला किया.
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस दिल्ली में आप को कमजोर करने का प्रयास कर रही है. इसका लाभ भाजपा को होगा.
जामा मस्जिद की रैली में केजरीवाल ने आगे कहा कि यदि कांग्रेस-आप में गठबंधन हो जाए तो भाजपा को सातों सीटों पर हार का मुंह देखना पड़ेगा, लेकिन कांग्रेस को मना-मना कर हम थक चुके हैं.
केजरीवाल ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस यूपी में सपा और बसपा को कमजोर करने में लगी है. सूत्रों की मानें तो मुस्लिम वोटरों का बड़ा तबका इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पर भरोसा दिखा सकता है.