नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले से पूरा देश गुस्से में है। जगह-जगह आतंकवाद और पाकिस्तान के पुतले फूंके जा रहे हैं। वहीं लोग बदला लेने की बात पर अड़े हैं। ऐसे में वित्त मंत्री अरुण जेटली का दिया एक बयान अपने चेहरे पर मुस्कान ला सकता है।
वित्त मंत्री ने कहा कि सीआरपीएफ काफिले को निशाना बनाने के लिए जिम्मेदार पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक जंग जीतने के लिए भारत सभी कूटनीतिक उपायों का इस्तेमाल करेगा। पाकिस्तान को ‘दुष्ट देश’ करार देते हुए अरुण जेटली ने कहा कि यह आतंकी हमले के दोषियों पर कार्रवाई नहीं कर रहा है जबकि दोषियों ने खुद इसकी जिम्मेदारी ली है।
इमरान खान पर जेटली ने साधा निशाना इमरान खान के बयानों का हवाला देते हुए जेटली ने कहा कि पाकिस्तान के मुखिया कहते हैं कि कार्रवाई करने के लिए पर्याप्त सबूत दीजिए। जेटली ने कहा, ‘आपको (इमरान खान) कार्रवाई के लिए सबूत की जरूरत तब पड़ती जब इसको अंजाम देने वाले की कोई जानकारी नहीं होती, लेकिन आपके अपने देश में बैठा एक शख्स इस हमले की जिम्मेदारी ले रहा है।’
पूरा देश आज बहुत अधिक गुस्से में है’ जेटली ने कहा कि पूरा देश आज बहुत अधिक गुस्से में है। उन्होंने कहा, ‘अपने जीवनकाल में हमनें कई लड़ाईयां देखीं, मानवीय आपदाएं देखीं, हमने आतंकियों द्वारा प्रधानमंत्रियों की हत्याएं देखी लेकिन जिस तरह का गुस्सा अभी दिख रहा है वह इस समय अप्रत्याशित है। पीएम मोदी पहले ही बोल चुके हैं कि भारत अपने सभी संसाधनों का इस्तेमाल करेगा चाहें वे कूटनीतिक हों या कोई अन्य।’
‘पाक के खिलाफ हर मोर्चे पर लड़ाई जारी रहेगी’ पाक पर निशाना साधते हुए वित्त मंत्री ने कहा, इसलिए जरूरी है कि ये लड़ाई निर्णायक रूप से हम जीतें क्योंकि दुष्ट देश के तौर पर पाकिस्तान अपनी पारंपरिक भूमिका छोड़ने को तैयार नहीं है।’
उन्होंने कहा कि ये एक हफ्ते की लड़ाई नहीं है, इसे विभिन्न रूपों में लड़ने की जरूरत है। भारत-पाक के बीच मैच पर जेटली ने कहा कि इस तनावपूर्ण माहौल में देश को उनके साथ दोस्ताना या प्रतिस्पर्धी मैच खेलते नहीं देखा जा सकता है। हम लोगों की भावनाओं को समझते हैं। बता दें कि 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकियों ने हमला कर दिया था जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे। पाकिस्तान संचालित जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।