सियोल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साउथ कोरिया की राजधानी सोल में सौल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार पाने वाले पीएम मोदी 14वें शख्स हैं. यह पुरस्कार विश्व शांति के प्रयासों के लिए दिया जाता है. पैनल ने पीएम मोदी को वैश्विक और क्षेत्रीय स्तर पर शांति और सद्भावना स्थापित करने के उनके प्रयासों के लिए यह पुरस्कार दिया.
यहां चर्चा कर दें कि प्रधानमंत्री मोदी यह पुरस्कार पाने वाले पहले भारतीय हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने सोल शांति पुरस्कार को भारत की सवा सौ करोड़ जनता को समर्पित किया और भारत की तरफ से साउथ कोरिया का आभार व्यक्त किया.
पुरस्कार प्राप्त करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि यह बहुत सम्मान की बात है कि इस वर्ष मुझे यह पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है कि जब हम महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाने जा रहे हैं. यह पुरस्कार मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से नहीं बल्कि भारत के लोगों के लिए है, जो सफलता भारत ने पिछले 5 वर्षों में हासिल की है, वह 130 करोड़ लोगों के कौशल द्वारा संचालित है.
प्रधानमंत्री ने उज्ज्वला योजना का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस योजना से भारत में महिलाओं के जीवन स्तर में काफी सुधार आया है. इसके अलावा आयुष्मान भारत योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इससे देश के गरीब तबकों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के एक जिम्मेदार सदस्य के रूप में भारत, जलवायु परिवर्तन के खिलाफ हमारी सामूहिक लड़ाई में सबसे आगे है. ऐतिहासिक रूप से लो कार्बन फूटप्रिंट के बावजूद, भारत जलवायु परिवर्तन के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में सक्रिय भूमिका निभा रहा है.
उन्होंने कहा कि साउथ कोरिया की तरह भारत भी सीमा पार आंतक से पीड़ित है. ऐसे वक्त में साथ आकर इसके खिलाफ लड़ने की जरूरत है. आतंकवाद विश्व शांति के लिए बड़ा खतरा है. भारत का विकास न केवल भारत के लोगों के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए अच्छा है. हम एक परस्पर जुड़ी हुई दुनिया में रहते हैं. हमारी वृद्धि और समृद्धि अनिवार्य रूप से वैश्विक विकास और विकास में योगदान करेगी.