नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा आतंकियों के खिलाफ एक्शन लेने के लिए खुली छूट मिलने के बाद चुन-चुन कर आतंकियों को खदेड़ने के लिए सेना के जवान सक्रिय हो गए हैं इस बीच खबर है कि कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच तड़के से मुठभेड़ जारी है। पुलवामा के पिंगलान इलाके में सुरक्षाबलों ने दो से तीन आतंकवादियों को घेर लिया है। जानकारी के मुताबिक सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच गोलीबारी जारी है। बता दें कि पुलवामा में ही गुरुवार को सीआरपीएफ के एक काफिले पर आत्मघाती हमला हुआ था। इस हमले में सीआरपीएफ के 44 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान बेस्ड आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है।
चौतरफा हमला
पुलवामा हादसे के बाद भारत ने पाकिस्तान को चारों तरफ से घेरना शुरू कर दिया है। इस दिशा में कदम उठाते हुए भारत ने पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीन लिया है। इतना ही नहीं पाकिस्तान से आयातित होने वाले सभी सामानों पर सीमा शुल्क तत्काल प्रभाव से बढ़ाकर 200 प्रतिशत कर दिया गया है। दूसरी तरफ पुलवामा हमले के बाद जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने मीरवाइज उमर फारूक समेत पांच अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस ले ली है। अधिकारियों ने बताया कि मीरवाइज के अलावा अब्दुल गनी भट, बिलाल लोन, हाशिम कुरैशी एवं शबीर शाह को दी गई सुरक्षा वापस ले ली गई है। इसमें पाकिस्तान समर्थक अलगाववादी सैयद अली शाह गिलानी का जिक्र नहीं है। अब किसी भी बहाने से उन्हें या किसी भी अलगाववादी नेता को सुरक्षा या सुरक्षाकर्मी नहीं मुहैया कराए जाएंगे। अगर सरकार ने उन्हें किसी तरह की सुविधा दी है तो वह भी भविष्य में वापस ले ली जाएगी। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को श्रीनगर दौरे पर कहा था कि पाकिस्तान एवं उसकी जासूसी एजेंसी आईएसआई से निधि प्राप्त करने वाले लोगों को दी गई सुरक्षा की समीक्षा की जाएगी।